पुरी ने कहा, "रिचर्ड एटेनबरा की 'गांधी' ने इससे जुड़े हर शख्स की जिंदगी बदल दी। सबसे ज्यादा इसने बेन किंग्सले (अभिनेता) की ज़िंदगी बदली। इसके बाद हर बार जब 'गांधी' की तस्वीर हमारे मस्तिष्क में उभरी, तो हमने गांधी जी के साथ बेन का चेहरा देखा।"
उन्होंने कहा, "फिल्म 'गांधी' में मेरी बमुश्किल डेढ़ मिनट की भूमिका थी। लेकिन मेरी अतिथि भूमिका ने क्या असर डाला! मेरा मानना है कि यह ऑस्कर नामांकन के दौरान एक फुटेज में रूप में दिखाई गई थी। एक ऐसी फिल्म में काम करना बहुत सम्मान की बात है, जिसमें सबसे प्रतिष्ठित कलाकार थे।"
ऑस्कर विजेता फिल्मकार एटेनबरा का रविवार को निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। पुरी कहते हैं कि उनका जाना दुखद है, लेकिन मृत्यु तो अवश्यंभावी है। उन्होंने एटेनबरा की तारीफ में कहा, "ऐसे लोग इतिहास का हिस्सा बनते हैं और आने वाली कई पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत होते हैं।"
पुरी ने कहा, "वह एक निपुण अभिनेता व फिल्मकार थे। 'गांधी' से उन्होंने सफलता की बुलंदियों को छुआ। इस फिल्म से उन्होंने विदेशों में भारत की छवि बदल दी। पश्चिमी दुनिया का एक बहुत बड़ा तबका हमारे मूल्यों, संस्कृति, नीति और हमारे संघर्ष और एक राष्ट्र के रूप में हमारी जीत से वाकिफ नहीं था। चूंकि 'गांधी' बहुत सफल थी, यह दुनियाभर के दिलों तक पहुंच गई।"
पुरी कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों में मुख्य भूमिका निभा चुके हैं, लेकिन 'गांधी' में एक अतिथि भूमिका में थे। बकौल पुरी, "मैंने नहारी के रूप में एक अतिथि भूमिका निभाई। सर रिचर्ड ने मुझे 'आक्रोश' फिल्म में देखा था और 'गांधी' में मुझे नहारी की भूमिका देने का फैसला लिया। मैंने बस एक रात शूटिंग की।"आपकी नजर में अंतर्राष्ट्रीय निर्देशकों के बीच एटेनबरा कहां ठहरते हैं? जवाब में पुरी ने कहा, "मैं अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्देशकों के बीच में सर रिचर्ड को कहां जगह देता हूं? वह निश्चित रूप से महान निर्देशकों के बीच से थे। इसमें कोई संदेह नहीं।"