यह बात खुद तब्बू ने बताई। उन्होंने कहा, "जब विशाल ने बताया कि इस फिल्म की पूरी शूटिंग कश्मीर में होगी तो मेरे लिए इससे अच्छी बात कोई और हो ही नहीं सकती थी क्योंकि इससे मुझे कुछ दिनों के लिए ही सही लेकिन अपने परिवार के करीब रहने का मौका मिलनेवाला था।
लेकिन अफसोस कि विशाल ने फिल्म कि आधी शूटिंग पतझड के मौसम में और आधी फिल्म ठंड के मौसम में की। नवंबर, दिसंबर और जनवरी महीनों में कश्मीर में शूटिंग करना मेरे लिए सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण था। उस दौरान वहां इतनी ठंड थी कि हर वक़्त मेरे दांत कटकटाते रहते थे और मेरी आंख, नाक से पानी बहता रहता था। सच कहूं तो आज भी उस ठंड को याद कर मेरे रोंगटे खडे हो जाते हैं।
इसमें दो राय नहीं कि कश्मीर की पृष्ठभूमि पर जटिल किरदारों के बुने गये ताने बानों के साथ 90 के दशक की राजनीति को विशाल ने जिस खूबसूरती से 'हैदर' के ज़रिये परोसने की कोशिश की है वह काफी दिलचस्प है। मज़े की बात तो यह है कि शूटिंग के दौरान हर फ्रेम में प्रत्येक किरदारों की फीलिंग्स बदल जाती थी। इंफैक्ट अक्सर हम यही सोचते 'क्या हमनें अपनी लाइनें सही तरह से बयां की।
मज़े की बात यह है कि एक दशक पहले तब्बू जहां विशाल भार्द्वाज की 'मैकबेथ' से प्रेरित फिल्म 'मक़बूल' में देसी लेडी 'मैकबेथ' के रूप में नज़र आई थीं वहीं 'हैम्लेट' से प्रेरित 'हैदर' में वह 'हैम्लेट' की मां गरट्रूड की भूमिका में नज़र आनेवाली हैं।
'हैदर' के साथ विशाल ने विलियम शेक्सपियर के दुखांत नाटकों से प्रेरित अपनी तीन फिल्मों की तिकडी पूरी कर ली है और अब वह अपने फेवरेट नाटककार शेक्सपियर के कॉमेडी नाटकों की तिकडी पूरी करने की योजना बना रहे हैं, जिसके लिए तब्बू काफी उत्सहित हैं। इस सिलसिले में तब्बू का कहना है, "मैंने विलियम शेक्सपियर के कॉमेडी नाटकों के बारे में काफी सुना है। अब जब विशाल उनके दुखांत नाटकों के बाद कॉमेडी नाटकों पर फिल्म बनाने जा रहे हैं तो मुझे उनसे काफी उम्मीदें हैं। आखिर मुझे भी तो रील लाइफ में मज़ेदार पलों की ज़रूरत है. मैं इंतज़ार में हूं कि जल्द ही विशाल मुझे एक मज़ेदार किरदार सौंपे।" फिलहाल शाहिद कपूर, तब्बू, श्रद्धा कपूर तथा के के मेनन के अभिनय से सजी फिल्म 'हैदर' 2 अक्टूबर को पूरे भारत के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।