रहमान ने एक साक्षात्कार में बताया कि कैसे उन्हें अलग-अलग स्थानों, नई परियोजनाओं और परिवार से दूर जिंदगी बिताने को लेकर संघर्ष करना पड़ता है।
रहमान ने यह पूछे जाने पर कि इन दिनों आप बॉलीवुड के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं, तो मुंबई में निर्माताओं को आप ना कैसे कर पाते हैं, उन्होंने हंसते हुए कहा, यह मुश्किल है, बेहद मुश्किल है। लेकिन अपने करियर के इस दौर में मैं सिर्फ ऐसा संगीत बनाना चाहता हूं, जो मुझे कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करे। वरना आप अपने श्रोताओं को खो देंगे। आपका रिश्ता ऊब चुके पुराने वैवाहिक रिश्ते जैसा हो जाएगा।
रहमान ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "मेरे लिए यह महत्वपूर्ण है कि अपने काम से मुझे बोरियत न हो।" यह पूछने पर कि क्या रहमान फिल्मों में अपने गीतों के इस्तेमाल के तरीके से संतुष्ट हैं, उन्होंने कहा, "'रंग दे बसंती ' और 'दिल्ली-6' जैसी फिल्मों में मेरे कई गानों को कहानी की पृष्ठभूमि में इस्तेमाल किया गया। उन्हें फिल्म कलाकारों द्वारा गाते हुए नहीं फिल्माया गया। तो उन गानों की पहुंच 30 से 40 फीसदी तक ही सिमट कर रह गई।"
उन्होंने कहा, "जो गाने फिल्म के नायक-नायिकाओं पर गाते हुए फिल्माए जाते हैं, वे ज्यादा लोकप्रिय होते हैं, क्लबों में बजते हैं और रेडियो पर प्रसारित होते हैं। श्रोताओं और दर्शकों के दिमाग में उन गानों का ज्यादा प्रभाव रहता है।"
रहमान ने कहा, "मैं नए कलाकारों की फिल्मों को संगीत देना पसंद करता हूं, क्योंकि उन फिल्मों में कलाकारों पर गाते हुए गीत फिल्माए जाते हैं।"