फिल्म के निर्माता हैरी सचदेवा ने फिल्म की लोकेशन पर संवाददाताओं को बताया, "एक बार फिल्म का असंपादित प्रिंट देखने पर आप सभी को एक आइडिया हो जाएगा। हम फिल्म को बर्लिन, सूडान और कान्स फिल्म फेस्टिवल ले जा रहे हैं।"
यह फिल्म उस परिवार की सच्ची कहानी है, जो 31 अक्टूबर की रात दंगे में बच निकलता है। सचदेवा ने कहा, "यह फिल्म सिर्फ सिख समुदाय पर ही नहीं, बल्कि हिंदू और मुस्लिम समुदायों पर भी आधारित है। हर कोई इस फिल्म से जुड़ेगा।"
फिल्म में वीर और सोहा अलग-अलग लुक में नजर आएंगे।