एक सवाल के जवाब में उन्होंने दर्शकों से कहा, "कितने लोग हैं, जो ईमानदारी पूर्वक करों का भुगतान करते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग सरकार को करों का भुगतान नहीं देते हैं, वे देशद्रोही हैं। भ्रष्टाचार केवल सांसदों में ही नहीं है, बल्कि यह हर व्यक्ति के अंदर है।"
उन्होंने कहा, "हर पांच वर्ष में सांसदों को बदलने का कोई मतलब नहीं है। देश की स्थिति को सुधारने के लिए हमें आत्मविश्लेषण करना होगा और खुद में सुधार लाना होगा।"
अपने कार्यक्रम 'सत्यमेव जयते' के जरिए सामाजिक मुद्दों से जुडे कई तरह के तथ्यों और आंकड़ों को देश के सामने लाने वाले आमिर ने कहा, यदि हम समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो न तो हमें सामाजिक कार्यकर्ता बनने की जरूरत है और न ही एक गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) बनाने की जरूरत है।