मैरी कॉम कहती हैं, "मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात से है कि यह कहानी युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगी। इस फिल्म के बाद मेरे संघर्ष की कहानी भी भारत के कोने-कोने में पहुंची है।"
खुद को बड़े पर्दे पर देखने के अनुभव के बारे में पूछे जाने पर मैरी कहती हैं जब वह फिल्म देख रही थी तो उन्हें रोना आ गया था। मैरी के अनुसार, "यह फिल्म देख मुझे अपने संघर्ष के दिन याद आ गए। फिल्म ने मुझे भावुक बना दिया। जब मैंने पहली बार इसे देखा तो बहुत रोई।"
मैरी ने कहा, "यह फिल्म बहुत हद तक मेरी जिंदगी की सच्ची कहानी को दर्शाती है। प्रियंका ने बहुत अच्छा काम किया है। प्रियंका के अलावा मेरे पति का किरदार निभाने वाले दर्शन कुमार ने भी अच्छा अभिनय किया है।"
प्रियंका से चेहरे नहीं मिलने की बात पूछने पर मैरी ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि चेहरा मिलना जरूरी है। सबसे जरूरी मेरी भावनाओं और सोच को प्रदर्शित करना था।"
मणिपुर में फिल्म को प्रदर्शित नहीं किए जाने के मुद्दे से मैरी उदास हैं। उन्होंने कहा, "मैं दुखी हूं। मैं चाहती हूं कि मणिपुर में भी इस फिल्म को लोग देखें। वहां लेकिन हिंदी फिल्मों पर प्रतिबंद्ध हैं।"
मैरी ने बताया कि उनके बच्चों ने भी यह फिल्म देखी और वे जानते हैं कि ये उनके मां की कहानी है। भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछने पर मैरी ने कहा कि एशियाई खेलों में देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करना अगला लक्ष्य होगा।