जी हां पिछले दिनों वाशिंगटन डी सी में हुए साऊथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में नागेश कुकुन्नूर की फिल्म 'लक्ष्मी' को ना सिर्फ काफी सराहना मिली बल्कि 13 वर्षीय बाल वेश्या 'लक्ष्मी' बनीं मोनाली ठाकुर को बेस्ट एक्ट्रेस का एवार्ड भी मिला। इस एवार्ड के बल पर मोनाली बॉलीवुड की पहली गायिका बन गयी हैं जिसे उनके अभिनय के लिए पुरस्कार मिला हो।
इस सिलसिले में जब मोनाली से बात की गयी तो उन्होंने कहा, "मेरे लिए यह बेहद खुशी की बात है। जब मैंने यह फिल्म की थी तो मुझे लगा था लोग यह फिल्म देखेंगे, सराहेंगे और भूल जाएंगे। हालांकि शूटिंग के दौरान वेश्याओं के जिस दर्द से मैं गुज़री थी वह हमेशा मेरे साथ रहेगा। अब जब इस फिल्म के लिए मुझे यह पुरस्कार मिला है तो इससे मेरे इरादों में एक नयी जान आ गयी है। अब मेरा यह फैसला पक्का हो गया है कि मैं सिंगिंग के साथ एक्टिंग को भी अपना सकती हूं। मैंने जब 'लक्ष्मी' की थी तो सब लोग यही चर्च कर रहे थे कि अब मैं सिंगिंग छोड दूंगी। यहाँ तक कि अमित त्रिवेदी ने तो मुझसे पूछा भी था कि मेरी आगे की योजनाएं क्या है। उस समय उनकी बातों से मैं थोडी सहम गयी थी लेकिन अब मैं खुद पर पूरा भरोसा कर सकती हूं।"
गौरतलब है कि सिंगिंग के साथ एक्टिंग को अपना लक्ष्य निर्धारित कर चुकी मोनाली ने यह भी तय कर लिया है कि अब वह किसी चीज़ में कोई जल्दबाज़ी नहीं दिखाएंगी। जिस तरह के चुनिंदा गीत वह अब तक गाती रही हैं उसी तरह से चुनिंदा किरदारों पर ही उनकी नज़र रहेगी। 'लक्ष्मी' के बाद अब मोनाली 'मैंगो' में नज़र आनेवाली हैं।
'जाने तू या जाने ना' फेम अब्बास टायरवाला की इस फिल्म के संबंध में मोनाली कहती हैं, "इस फिल्म में मैंने लक्ष्मी से अलग किरदार निभाया है। इसमें मैं एक धोखेबाज़ लडकी के रूप में नज़र आऊंगी जो तीन लडके रणविजय सिंह, हरमन बवेजा और चंदन रॉय सान्याल को बेवकूफ बनाती है। यकीन कीजिए 'लक्ष्मी' जैसा गंभीर किरदार निभाने के बाद इस शरारती किरदार को मैंने काफी इंजॉय किया। फिलहाल मैं यही चाहती हूं कि मैं एक ऐसी गायिका बनूं, जो अभिनय भी कर सकती है।"