अमिताभ बच्चन: लताजी-एक तार जो आत्मा को परमात्मा से अपनी स्वर ध्वनि से जोड़ता है..जन्म दिवस की अनेक शुभकामनाएं, स्नेह, आदर। आप चिर आयु हों।
हेमा मालिनी: लता मंगेशकर। कृपा करके मेरा प्रणाम स्वीकार करें और आपको जन्मदिन की शुभकामनाएं।
मधुर भंडारकर: अद्वितीय लता मंगेशकर को जन्मदिन की बधाई। ताई आपको जानना और आपके साथ काम करना एक सौभाग्य की बात है। आपके अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करता हूं।
श्रेया घोषाल: भारत की कोकिला लताजी को उनके 85वें जन्मदिन पर मेरी हार्दिक बधाइयां। आपके गीत हर दिन मेरी जिंदगी को प्रेरित करते हैं।
सोनू निगम: जन्मदिन की बधाई लता जी।
सलीम मर्चेट: जन्मदिन मुबारक हो लता मंगेशकर जी। हम खुशकिस्मत हैं कि इस संसार में आपकी आवाज से धन्य हुए।
शान: लता जी जन्मदिन की बहुत बधाई हो।
सेलिना जेटली: 85वां जन्मदिन मुबारक हो लता मंगेशकर जी..हमें आप से प्यार है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में 28 सितंबर 1929 को जन्मीं कुमारी लता दीनानाथ मंगेशकर रंगमंचीय गायक दीनानाथ मंगेशकर और सुधामती की पुत्री हैं। 1947 में आई फिल्म 'आपकी सेवा में' में गाए गीत से लता को पहली बार बड़ी सफलता मिली और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वर्ष 1949 में गीत 'आएगा आने वाला', 1960 में 'ओ सजना बरखा बहार आई', 1958 में 'आजा रे परदेसी', 1961 में 'इतना न तू मुझसे प्यार बढ़ा', 'अल्लाह तेरो नाम', 'एहसान तेरा होगा मुझ पर' और 1965 में 'ये समां, समां है ये प्यार का' जैसे गीतों के साथ उनके प्रशंसकों और उनकी आवाज के चाहने वालों की संख्या लगातार बढ़ती गई।
भारत सरकार ने लता को पद्म भूषण (1969) और भारत रत्न (2001) से सम्मानित किया। सिनेमा जगत में उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार और फिल्म फेयर पुरस्कारों सहित कई अन्य सम्मानों से भी नवाजा गया है। सुरीली आवाज और सादे व्यक्तित्व के लिए विश्व में पहचानी जाने वाली संगीत की देवी लता आज भी गीत रिकार्डिग के लिए स्टूडियो में प्रवेश करने से पहले चप्पल बाहर उतार कर अंदर जाती हैं।