अदाजानिया की फिल्म 'बीइंग साइरस' और 'फाइंडिंग फैनी' में काम करने के बाद से नसीरूद्दीन उनके काम करने के तरीके से बेहद प्रभावित हैं।
नसीरूद्दीन ने आईएएनएस से कहा, "मैं होमी (अदाजानिया) को बेहद पसंद करता हूं। मैं सचमुच उसे पसंद करने लगा हूं। वह अपने काम में बेहतरीन है। उसे सौंदर्यबोध और प्रमाणिकता की महत्ता के बारे में पता है और साथ ही वह 'कॉकटेल' जैसी विशुद्ध बनावटी और अनाड़ी फिल्म भी बना सकते हैं। और तो और वह अपने सफल फार्मूले को बार बार दोहराते नहीं हैं। यह काफी बहादुरी की बात है।"
नसीरूद्दीन ने कहा, "यदि उसने 'कॉकटेल' जैसी दूसरी फिल्म बनाई होती, तो मैं उसे जम के लात जमाता और मैंने उसकी फिल्म में काम भी नहीं किया होता। मैं बेहद खुश हूं और गर्व महसूस करता हूं कि होमी ने 'फाइंडिंग फेनी' बनाई, जबकि वह 'कॉकटेल' जैसी दूसरी फिल्म आसानी से बना सकता था।"
नसीरूद्दीन ने भी 2006 में फिल्म 'यूं होता तो क्या होता' से निर्देशन में कदम रखा था। लेकिन दूसरी फिल्म के निर्देशन के बारे में फिलहाल उनका कोई विचार नहीं है। फिलहाल निर्देशन नहीं। भविष्य में कर सकता हूं, लेकिन यह बहुत मेहनत का काम है। मुझमें अब इतनी ताकत नहीं है।"