इस सिलसिले में ऋया कहती हैं, "इस फिल्म में मैंने महाराष्ट्रियन लडकी की भूमिका निभाई है जो मेरी पर्सनैलिटी से काफी अलग है। फिर भी मेरी कोशिश थी कि मैं इसे ना सिर्फ अपने अनुकूल बनाऊं बल्कि अपने निर्देशक की उम्मीदों पर भी खरी उतरूं। इसके लिए विशेष रूप से मुझे अपने मराठी डिक्शन पर काफी मेहनत करनी थी, जो मैंने की। उम्मीद करती हूं दर्शकों को मेरी वह मेहनत नज़र आएगी।" इसके मद्देनज़र खुद महाराष्ट्रियन संस्कृति में पले बढे निर्देशक चारुदत्त आचार्य का कहना है, "अब तक मैंने काफी हिंदी फिल्मों में देखा है, वहां महाराष्ट्रियन किरदारों को काफी हास्यास्पद तरीके से दिखाया जाता रहा है। आम तौर पर कुछ मराठी शब्द होते हैं जिन्हें बार बार उन किरदारों के ज़रिये दोहराकर उन्हें मराठी साबित करने की कोशिश की जाती है। कई बार तो वह कुछ अलग तरह की हिंदी के साथ ऊर्दू शब्दों का प्रयोग करते भी देखे जा सकते हैं। यही वजह है कि जब मैंने 'सोनाली केबल' बनाने का विचार किया तो सबसे पहला ख्याल यही आया कि कैसे अपने मराठी किरदारों को इन हास्यास्पद किरदारों से अलग किया जाए।
सोनाली एक महाराष्ट्रियन लडकी है सो वह इंग्लिश भी बोलती है तो अपनी मातृभाषा मराठी डिक्शन के साथ। यही वजह है कि वह हमारी तरह 40 को फॉर्टी नहीं बल्कि फोर्रटी कहती है।'' तो अगर यह कहें तो गलत नहीं होगा कि बॉलीवुड में अब फिल्मकार अपनी फिल्में सिर्फ दिल से नहीं दिमाग से भी बनाने लगे हैं। फिलहाल रमेश सिप्पी एंटरटेंमेंट के साथ बॉम्बे मेनिया प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड तथा पीवीआर पिक्चर्स के बैनर तले बनीं फिल्म 'सोनाली केबल' के निर्देशक हैं चारुदत्त आचार्य। ऋया चक्रवर्ती, अली फज़ल, राघव जुयाल, अनुपम खेर तथा स्मिता जयकर के अभिनय से सजी यह फिल्म 17 अक्टूबर को भारत के सभी सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी।