Saturday, October 18, 2014 15:18 IST
By Santa Banta News Network
बॉलीवुड की पहली परफॉर्मंस कैप्चर फोटो रिएलिस्टिक फिल्म 'चार साहिबज़ादे' के साथ आ रहे निर्माता निर्देशक हैरी बावेजा इस बात से काफी खुश हैं कि इस फिल्म को बनाने के लिए जितने उत्साहित वह खुद थे उससे अधिक उत्साह बेटे हरमन में था. वह कहते हैं, 'सिख समुदाय की कई अनकही कहानियां है जिन पर कभी किसी ने बात नहीं की है. जब मेरे ज़ेहन में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबज़ादों का ख्याल आया तो सबसे पहले मैंने यह ख्याल अपने बेटे हरमन से सांझा किया. इस कहानी के साथ इस फिल्म के प्रति उसका उत्साह देखकर मैंने तय कर लिया कि चाहे जो हो जाए मैं यह फिल्म अवश्य बनाऊंगा. हालांकि उस दौरान यह एक छोटी सी कहानी थी, जिसे मैंने उसे चार लफ्ज़ों में बताई थी लेकिन मुझे हैरानी तब हुई जब मैंने इस फिल्म के लिए रिसर्च वर्क शुरू किया. मैं इस बात से वाकई हैरान था कि खुद मुझे इस कहानी का 70% अंश पता ही नहीं था. लेकिन फिर धीरे धीरे कर मैंने इसकी पूरी रिसर्च की और नतीजा आपके सामने है.'
'चार साहिबज़ादे' कहानी है, सिखों के अंतिम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्रों अजित सिंह, जुझार सिंह, ज़ोरावर सिंह तथा फतेह सिंह के बलिदान की, जो उन्होंने धर्म की स्थापना के लिए किये. रोवेना गिरनीत बावेजा निर्मित फिल्म 'चार साहिबज़ादे' का निर्देशन हैरी बावेजा ने किया है. पंजाबी, हिंदी तथा अंग्रेज़ी इन तीन भाषाओं सहित 2डी तथा 3डी में बनीं यह फिल्म, गुरु नानक जयंति के अवसर पर भारत सहित पूरे विश्व में प्रदर्शित की जाएगी जहां जहां सिख समुदाय बसा है.