उन्होंने कहा, "मैं यह तो नहीं जानती कि जिंदगी की शुरुआत 40 की उम्र में होती है या नहीं, लेकिन यकीनन ऐसा लगता है कि मेरे पास करने के लिए अभी बहुत-सी चीजें हैं। वे सभी एक साथ चल रही हैं।"
रवीना ने अपना जन्मदिन ताश खेलते हुए बिताया। कोई पार्टी नहीं हुई। परिवार में किसी परिचित का निधन होने की वजह से जन्मदिन का जश्न नहीं मनाया गया।
इस बारे में रवीना ने बताया, मेरे ताऊजी नहीं रहे। हालांकि, जन्मदिन का जश्न न मनाने का कोई दबाव नहीं था। लेकिन दिल ही नहीं किया। मैं अपने ताऊजी के बहुत करीब थी।
उन्होंने कहा, इसलिए हमने मेरे जन्मदिन पर मेरे पति, बच्चों और करीबी दोस्तों के साथ बस रात्रिभोज किया। दिवाली पर ताश खेलने का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वह मेरे जन्मदिन तक जारी रहा..उम्मीद करती हूं कि मनाने के लिए और बहुत से जन्मदिन आएंगे। रवीना को लगता है कि वह जैसी जिंदगी चाहती थी, उस लिहाज से उनका जीवन सर्वश्रेष्ठ है।
उन्होंने कहा, मेरे पास एक निपुण पति (अनिल थडानी) और दो प्यारे से बच्चे हैं। मैं अनिल से बेहतर पति की उम्मीद नहीं कर सकती थी। वह बहुत मददगार हैं।
जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटना के बारे में पूछे जाने पर रवीना ने कहा, "जब मैं अपनी जिंदगी अपने पति अनिल थडानी से मिली, वह मेरी जिंदगी की सबसे महत्वपूर्ण घटना है। मेरी जिंदगी हमेशा से उतार-चढ़ाव भरी रही है। अनिल ऊपर वाले की एक नेमत हैं.. उन्होंने मुझे मुश्किल वक्त से लड़ने की हिम्मत दी है।"
आपके करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म 'शूल', 'अक्स' और 'सत्ता' के जवाब में रवीना ने कहा, मेरे पति ने मेरी फिल्में देखी हैं। लेकिन हमने कभी मेरे अभिनय पर चर्चा नहीं की। उन्होंने एक बार कहा था कि मैं 'सत्ता' में बहुत उम्दा हूं।