दक्षिण भारत के समाचारपत्र 'डेक्कन क्रॉनिकल' में प्रकाशित एक समाचार के अनुसार, हाल ही में एक साहित्यिक समारोह के दौरान जया बच्चन ने कहा, "हाल के सालों में मैंने जो भी फिल्में देखी हैं, 'हैप्पी न्यू ईयर' उनमें 'सबसे ज़्यादा बेवकूफाना फिल्म' है।
यह बात मैंने फिल्म के शीर्ष कलाकारों को भी बताई है। मैंने यह फिल्म सिर्फ इसलिए देखी थी, क्योंकि अभिषेक उसका हिस्सा था। मैंने अभिषेक से कहा कि वह एक महान अभिनेता हैं, क्योंकि वह कैमरे के सामने इस तरह का बेवकूफी-भरा अभिनय कर सकते हैं। आजकल फिल्मों में जो कुछ हो रहा है, वह मैं नहीं कर सकती, इसलिए अब फिल्मों में काम नहीं करती।"
'डेक्कन क्रॉनिकल' के मुताबिक, साहित्यिक समारोह के दौरान चर्चा का विषय 'वर्तमान सिनेमा को जानकारीयुक्त बनाने में साहित्य की विफलता' था। इस मुद्दे पर बोलते हुए जया बच्चन ने कहा, "दुर्भाग्य से आज का सिनेमा व्यापार है, कला नहीं। अच्छी फिल्मों को हम 'आर्ट हाउस सिनेमा' कहते हैं। लेकिन उसका क्या अर्थ होता है? सभी तरह का सिनेमा कला है।"