फिल्म के कुछ दृश्य असली पहलवानों के साथ फिल्माए गए हैं जिनमें मनोज बाजपेयी को उनसे टक्कर लेनी पड़ी। पहलवानों से हाथा-पाई के इन दृश्यों के लिए मनोज को एक हफ्ते तक अभ्यास करना पड़ा।
उनकी काफी मेहनत-मशक्कत के बाद ही उनके हाथा-पाई के दृश्यों को फिल्माया गया।