मुनीब अंसारी नाम का यह लाइटमैन कबीर खान की फिल्म 'बजरंगी भाईजान' के लिए कुछ समय से लेकर अब तक काम कर रहा था। मुनीब की मृत्यु के बाद फिल्म स्टूडियो और एलाइड मजदूर यूनियन के जनरल सेक्रटरी गंगेश्वर श्रीवास्तव ने शोक जाहिर किया, "अंसारी उस वक्त होटल के कमरे में था जब उसे हार्ट अटैक आया। यह सुबह की शिफ्ट थी और हमारे कुछ और सदस्य भी वहां थे। अंसारी को हार्ट अटैक आया और उसकी वहीं के वहीं मृत्यु हो गई।" अंसारी अपने चचेरे भाई के साथ मुंबई में ही रहता था। श्रीवास्तव ने आगे बताया, "उसके मृत शरीर को उसके परिजनों के पास भेज दिया गया है और अब फिल्म निर्माता इसका ध्यान रख रहे हैं। क्योंकि यह लाइटमैन उनके साथ 13 सालों से काम कर रहा था इसीलिए यूनियन वाले अब सेट पर मृत्यु होने की वजह से उनके परिजनों को सात लाख रूपये दिए जानी की उम्मीद लगा रहे हैं।" वेस्टर्न इंडिया सिने कर्मचारी संघ पहले से ही एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है और इसी लिए वह कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखेगा। अंसारी की मृत्यु से दुखी एफडब्ल्यूआईसीई के जनरल सेक्रेटरी दिलीप पिथवा ने कहा, "इस बारे में किसी को जानकारी नहीं होती कि काम पर आते वक्त कोई व्यक्ति कितने दबाव से गुजर रहा है।" "हम अपने कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखने के लिए काम कर रहे हैं। हमने फिल्म टीवी मालिकों को इस कार्य के लिए 10-10 हजार रूपये दान में देने के लिए लेटर भेजा है। हमें उम्मीद है कि वे इस कार्य में हमारा सहयोग करेंगे।" वहीं जब अंसारी की मृत्यु के बारे में निर्देशक कबीर खान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले में होने वाले खर्चों का ध्यान रखेंगे।