केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के एक सदस्य ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने रिलीज से पूर्व आमिर खान अभिनीत 'पीके' के कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताई थी, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।
सीबीएफसी के सदस्य सतीश कल्याणकर के मुताबिक, उन्होंने बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के समक्ष फिल्म के कुछ दृश्यों पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी, लेकिन उन्होंने उस पर कोई तव्वजो नहीं दी।
सेंसर बोर्ड के कुछ सदस्यों ने रविवार को द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती से उनके आश्रम में मुलाकात की, जिस बारे में सोमवार को जानकारी दी गई थी। उल्लेखनीय है कि स्वरूपानंद ने राजकुमार हिरानी निर्देशित 'पीके' के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की है। उनके अनुसार, यह हिंदू समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है।
कल्याणकर ने यहां स्वरूपानंद की मौजूदगी में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उन्होंने सेंसर बोर्ड के सीईओ के समक्ष अपनी आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक बैठक बुलाने की मांग की थी, क्योंकि लिखित में वह अपनी बात उन तक नहीं पहुंचा पाए थे। लेकिन उन दृश्यों को फिल्म से नहीं हटाया गया। कल्याणकर, फिल्म स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य भी हैं।
Tuesday, January 06, 2015 17:41 IST