हुआ यूं कि शाहरुख के शो में एक प्रतिभागी जोकर की वेशभूषा में आया था, जिसे देखकर शाहरुख को राज कपूर की याद आ गई। यहां तक कि उन्होंने जोकर की बड़ी सी नाक भी अपने चेहरे पर लगा ली।
राज कपूर ने फिल्म 'मेरा नाम जोकर' में सर्कस के जोकर की यादगार भूमिका निभाई थी, जिसकी अवधारणा थी कि दुख की घड़ी हो या सुख की 'शो चलते रहना है।' राज कपूर ने फिल्म जगत को 'बरसात'(1949), 'आवारा' (1951), 'श्री 420' (1955), 'चोरी चोरी' (1956) जैसी सुपरहिट फिल्में दीं। उन पर फिल्माए गए कुछ गीत भी लोगों के बीच काफी मशहूर और लोकप्रिय हुए जिनमें 'मेरा जूता है जापानी', 'प्यार हुआ इकरार हुआ', 'जीना यहां मरना यहां' और 'किसी की मुस्कुराहटों' प्रमुख है।
शाहरुख खुद भी बॉलीवुड के बादशाह कहे जाते हैं। उन्होंने 'दिल तो पागल है', 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' और 'दिल से' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। शाहरुख के शो के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि इसकी शूटिंग आरके स्टूडियो में हुई है, जिसे राज कपूर ने शुरू किया था, जब वह 24 साल के थे।