हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह भारत में गोमांस नहीं खाते। ऋषि को ट्विटर पर लिखी गोमांस संबंधी एक पोस्ट की वजह से तमाम आलोचनाएं झेलनी पड़ रही है।
उन्होंने ट्वीट किया था, "मैं नाराज हूं। धर्म को खाने के साथ क्यों जोड़ते हो? मैं गोमांस खाने वाला हिंदू हूं। क्या इस मतलब यह है कि मुझे एक शाकाहारी व्यक्ति की तुलना में भगवान का डर कम है।"
62 वर्षीय ऋषि ने कभी नहीं सोचा था कि ट्विटर पर की गई उनकी टिप्पणी पर इतना बवाल होगा। ऋषि ने कहा, "मैं अपमानित हो रहा हूं। मेरे परिवार का अपमान किया जा रहा है। जैसे हम गायों की हत्या करने वाला परिवार हैं। क्या बेहूदगी है।"
इस पूरे घटनाक्रम पर ऋषि ने कहा, "मैं 15 मार्च को एक पांच-सितारा होटल में शूटिंग कर रहा था। हम लंच के लिए एक कॉफी शॉप में गए, जहां अचानक मेरी नजर खाने की तश्तरी में परोसी गई हिरण, कंगारू और मेमने की मीट पर पड़ी। मैंने अपने साथी कलाकारों से कहा, "यह गोमांस पर प्रतिबंध लगाने का असर है। लोगों ने मांसाहार के लिए अन्य जानवरों को मारना शुरू कर दिया है।"
मैंने अपनी जिंदगी में कभी हिरण का मांस नहीं देखा। हिरण भगवान श्रीराम को प्रिय था। हमें बताया गया कि यह हर रेस्तरां में परोसा जा रहा है। भारत में कंगारू का मांस?" ऋषि ने बाद में इस वाकया को लेकर अपने विचार ट्विटर पर लिखे, जिसके बाद उनकी आलोचना की जाने लगी। ऋषि अपने बचाव में कहते हैं, "आप इस सच को झुठला नहीं सकते कि मांसाहार के लिए जानवरों को काटा जा रहा है। जिन हिंदू संगठनों ने मुझे निशाना बनाया, वे मुझे शाकाहारी बनाना चाहते हैं। लेकिन मैं शाकाहारी नहीं हूं और यह मेरी पसंद है।"
ऋषि गोमांस के शौकीन होने से इंकार नहीं करते, लेकिन उन्होंने कहा, "मैं भारत में गोमांस नहीं खाता। मैं खाने वाले पशु नस्ल से तैयार किए गए गोमांस को खाता हूं। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में वे लोग मांस के लिए विशेष रूप से पशु नस्ल तैयार करते हैं। हमारी तरह नहीं। इस देश में हम मांस खाने के लिए अलग से पशु नस्ल तैयार नहीं करते।"
ऋषि ने बताया, "मेरे घर में गोमांस खाने की इजाजत नहीं है।"