आईपीएल के रंगारंग उद्घाटन समारोह से ठीक पहले सैफ ने मंगलवार को कहा, "मैं देर से जागने वाले लेट-लतीफ व्यक्ति हूं। मैं खुद को 30 की अवस्था के बाद जान पाया, और मेरे खयाल से क्रिकेट में करियर बनाने के लिहाज से काफी देर हो चुकी थी।"
सैफ ने कहा, "मैंने स्कूल लेवल पर क्रिकेट खेला है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि मुझमें क्रिकेटर बनने का स्वाभाविक गुण था, जैसा कि मेरे पिता में था या अन्य सभी खिलाड़ियों में होता है।"
बॉलिवुड के दिग्गज खान अभिनेताओं की तिकड़ी में चौथे खान के रूप में जुड़ने वाले सैफ ने कहा, "यह एक ऐसा गुण होता है जिसे आपको शुरुआत में ही पहचान लेना होता है। जब आप 10-11 वर्ष के होते हैं, तो आपमें लोगों को वह गुण दिखना चाहिए। लेकिन मुझे नहीं लगता कि मुझमें ऐसा कोई उपहार में मिला गुण था। मुझमें दूसरे क्षेत्र में काम करने का गुण मौजूद था।"
अपने दिवंगत पिता एवं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान नवाब पटौदी के बारे में सैफ ने कहा, "जब मैं पांच वर्ष का था पापा ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना छोड़ दिया, लेकिन मैंने उन्हें खेलते देखा है। मैं उन्हें एक कुशल बल्लेबाज के तौर पर याद करता हूं, लेकिन उनकी सबसे बड़ी काबिलियत थी सिर्फ एक आंख के बावजूद शानदार अंदाज में खेलना।"