एक सूत्र का कहना है, "पिछले शनिवार की रात को शाहरुख़ खान जब एक कमर्शियल शूट कर रहे थे तो वहां कुछ 50 से 60 की संख्या में राजनीतिक कार्यकर्ता पहुंच गए और शूट को रोकने की धमकी देने लगे। उन्होंने निर्माताओं पर बिना अनुमति के विदेशी कलाकारों को लिए जाने का आरोप लगाते हुए डाक्यूमेंट्स दिखाने के लिए कहा। इन कार्यकर्ताओं को बाउंसर्स और टीम ने अंदर सेट पर एंट्री करने से रोका।"
यूनिट के एक सदस्य का कहना है कि इन कार्यकर्ताओं ने विदेशी कलाकारों को लिए जाने के बदले में 3-4 लाख रूपये की मांग की। इसके बाद जब हमने इंकार कर दिया तो उन्होंने धमकी देना और बहस करना शुरू कर दिया। इसके बाद हमें पुलिस को बुलाना पड़ा।
शूट के लाइन प्रोडूसर अर्पण फर्नांडिस का कहना है कि उस समय कुछ समय तक शूट रुक गई थी लेकिन जब पुलिस आई तो इसके बाद दोबारा से शूट शुरू हुई।
उन्होंने आगे बताया, "पुलिस के आते ही गुंडे भाग गए। हमारे पास विदेशी कलाकारों को लेने की अनुमति पहले से ही थी। इस मामले में बांद्रा के पुलिस इंस्पेकटर विलास सुतार ने हमारा बहुत साथ दिया।"