Hindi Movie Reviews

मरजावां रिव्यु: हास्यात्मक डायलॉग्स से भरी 80 के दशक की घिसी पिटी कहानी

मरजावां अपने ट्रेलर पर पूरी तरह से खरी उतरती है. निर्देशक मिलाप ज़वेरी की 2 घंटे और 15 मिनट की लंबी फिल्म हद से ज्यादा ड्रामा और हास्यात्मक डायलॉग्स से भरी एक खोखली फिल्म लगती है...

Saturday, November 16, 2019
मोतीचूर - चकनाचूर रिव्यु: कॉमेडी बनना चाहती है ये फिल्म!

मोतीचूर चकनाचूर आपको हंसाती है मगर ज्यादा देर नहीं. फिल्म की कहानी को खींच कर व्यर्थ में लम्बा बना दिया गया है जो इसे नीरस बना देता है...

Saturday, November 16, 2019
बाला रिव्यु: आयुष्मान की 'बाल - बाल' हंसाती फिल्म

बाला आपको ख़ूब हंसाती है और कहती है की आप जैसे हैं वैसे ही खुश रहें जो की इसे एक खूबसूरत फिल्म बनाता है...

Monday, November 11, 2019
उजड़ा चमन रिव्यु: बढ़िया शुरुआत के बाद ठंडी पड़ जाती है फिल्म

30 साल का चमन कोहली (सनी सिंह) दिल्ली के हंसराज कॉलेज में हिंदी का लेक्चरर है. चमन के बढ़ते गंजेपन और गिरते बालों कि वजह से कॉलेज में उसके स्टूडेंट्स उसका हर समय...

Saturday, November 02, 2019
सांड की आँख रिव्यु: तुषार हीरानंदानी का तीर सटीक निशाने पर

भूमि पेड्नेकर और तापसी पन्नू को 'सांड की आँख' में 60 साल की औरतों के किरदार निभाने और निर्माताओं को यह रोल उस उम्र की अभिनेत्रियों को न देने के लिए काफी खरी खोटी सुन्नी पड़ी थी...

Saturday, October 26, 2019
मेड इन चाइना रिव्यु: चाइना के माल की तरह है फिल्म, ज्यादा देर नहीं टिकती

एक चाइनीज़ जेनरल की एक कप चाइनीज़ मैजिक सूप पीने के बाद मौत हो जाती है, जांचकर्ताओं को लगता है की मौत सूप के स्पेशल इनग्रीडीएँट के कारण हुई है...

Saturday, October 26, 2019
हाउसफुल 4 रिव्यु: दिमाग घर पर ही छोड़ कर जाएँ

हाउसफुल 4 फिल्म फ्रैंचाइज़ी की अगली फिल्म लेकर हाज़िर हैं निर्देशक फरहाद समजी और यह फिल्म हाउसफुल सीरीज से मिली बिना लॉजिक के ह्यूमर और पागलपन की विरासत को आगे बढ़ाती नज़र आती है...

Friday, October 25, 2019
लाल कप्तान रिव्यु: सुस्त स्क्रीनप्ले के कारण उबाऊ लगती है सैफ की ऐतिहासिक ड्रामा

लाल कप्तान एक ऐसी सवारी है जिसमें बहुत सारे स्पीड ब्रेकर हैं. हालाँकि फिल्म में ऐसे भी पल हैं जो आपका ध्यान आकर्षित करते हैं, लेकिन कई दृश्य ऐसे भी हैं जो बोर करते हैं...

Friday, October 18, 2019
द स्काई इज पिंक रिव्यु: चौधरी परिवार और उनकी सुपरगर्ल की कहानी!

द स्काई इज़ पिंक, बॉलीवुड की आम तौर पर दिखने वाली ड्रामा फिल्मों में से नहीं है. यह फिल्म आपके दिल तक पहुंचती है. चौधरी परिवार और आयशा की कहानी आपको अपनी ज़िन्दगी की तरफ एक अलग नजरिये से देखने पर मजबूर करती है...

Saturday, October 12, 2019
वॉर रिव्यु: ज़बरदस्त एक्शन थ्रिलर है ऋतिक - टाइगर की फिल्म!

ऋतिक रौशन और कैटरिना कैफ की 'बैंग - बैंग' से एक्शन जौनर में अपना लोहा मनवाने वाले निर्देशक सिद्धार्थ आनंद, गांधी जयंती पर 'वॉर' के साथ फिर हाज़िर हुए हैं और इस बार वे एक्शन को अगले मकाम पर ले गए हैं...

Thursday, October 03, 2019
प्रस्थानम रिव्यु: सिनेमाघरों से जल्द प्रस्थान कर लेगी 'प्रस्थानम'

संजय दत्त के प्रोडक्शन में बनी पहली फिल्म, प्रस्थानम, एक राजनीतिक दिग्गज 'बलदेव प्रताप सिंह' (संजय दत्त) की कहानी है जिसे देख कर उसके विरोधियों के दिलों में आतंक...

Saturday, September 21, 2019
द ज़ोया फैक्टर रिव्यु: कुछ ख़ास नहीं है ज़ोया का ये ‘फैक्टर’

द ज़ोया फैक्टर कहानी है, ज़ोया सोलंकी की, जिसका जन्म कपिल देव की कप्तानी में भारत के पहला क्रिकेट विश्व कप जीतने के दिन, यानी 25 जून 1983 को हुआ था...

Saturday, September 21, 2019
ड्रीम गर्ल रिव्यु: आयुष्मान का छक्का स्टेडियम के बाहर!

ड्रीम गर्ल से निर्देशन में कदम रखने वाले राज शांडिल्य ने अपनी पहली फिल्म में बतौर निर्देशक सब कुछ सटीक तरीके से संभाला है, किसी भी मोड़ पर आपको ऐसा नहीं लगता की फिल्म पर उनकी पकड़ ढीली पड़ रही है...

Saturday, September 14, 2019
सेक्शन 375 रिव्यु: 'द बिज़नस ऑफ़ लॉ एंड जस्टिस'

अंजलि (मीरा चोपडा) जो की एक कॉस्टयूम डिज़ाइनर है, अपने बॉस और फिल्म डायरेक्टर रोहन खुर्राना (राहुल भाट) पर यह इलज़ाम लगाती है की जब वह उसे कुछ कॉस्टयूम सैंपल दिखाने के लिए उसके फ्लैट पर गयी तो रोहन ने मौका पा कर अंजलि का रेप किया...

Saturday, September 14, 2019
'छिछोरे' रिव्यु: दोस्ती, प्यार और कुछ लूज़र्स की कहानी

क्या आप भी अपनी कॉलेज लाइफ को एक बार फिर जीना चाहते हैं, क्या आप भी सोचते हैं की काश टाइम मशीन मिल जाये तो उन दिनों में वापस चले जाएँ, क्या आप भी अपने...

Saturday, September 07, 2019
साहो रिव्यु: एक्शन से लदी बेलगाम कहानी

भारत की सबसे बड़ी एक्शन फिल्म बनाने के प्रयास में निर्देशक सुजीत शायद फिल्म को ग्रैंड दिखाने की कोशिश में छोटी - छोटी चीज़ों पर ध्यान नहीं दे सके और अपने सपने को फ़िल्मी परदे पर ठीक से उकेरने में कामयाब होते नहीं नज़र आते...

Saturday, August 31, 2019
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