हालाँकि यह विचार कुछ नया नहीं है। क्योंकि 80 के दशक में भी कमल हासन और रति अग्निहोत्री पर एक ऐसी ही फिल्म...
Sunday, April 20, 2014फिल्म में सिर्फ एक ही गाना है, 'शाना वालेया' जिसे आरिफ लोहार ने अपनी आवाज़ ने दी है। गाने के बोल और कंपोज़िंग अच्छी है।
Friday, April 18, 2014अगर अभिनय की बात की जाए तो बिग बी का अभिनय हमेशा की तरह ही अनुभव की आंच में पका हुआ है। उनके अभिनय...
Thursday, April 17, 2014वहीं 'बर्फी' के बाद इलियाना ने एक बार फिर से अपनी अभिनय क्षमता का परिच दिया है। वहीं दूसरी और नर्गिस बिना किसी संदेह...
Thursday, April 17, 2014फ़िल्म का संगीत कुल मिला कर अच्छा है। और शुरुआत होती है 'अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता' हैं से जो समाज की सच्चाई को संगीत के जरिये प्रस्तुत करता है। वहीं सलमान खान और डेजी शाह...
Friday, January 24, 2014वहीं नसीरुद्दीन पर फिल्माई गई राहत फ़तेह अली खान की गई ग़ज़ल 'ना बोलू तो कलेजा फूंके' का कोई जवाब नहीं है। इसके अलावा दिल का मिजाज इश्किया भी सुनने में मधुर गाना है...
Friday, January 10, 2014फ़िल्म की ही तरह इसके गाने भी एक से बढ़ कर एक सिरदर्द है। 'बंदा हूँ मैं माइंड ब्लास्टिक', 'आई लव संइया जी' जैसे गानों को याद रखना तो दूर देखते और सुनते समय भी...
Friday, January 03, 2014अभिषेक बच्चन ने हर बार की तरह इस बार भी अपने जय दीक्षित के किरदार को बना कर रखा है। उनके किरदार में कुछ नया तो नहीं था लेकिन उनकी हर...
Friday, December 20, 2013फ़िल्म के कुछ दृश्य ऐसे है, जो कहीं-कहीं बाँध कर रखते है, और पूरा मनोरंजन करते। फ़िल्म में शाहिद कपूर के फैंस को...
Friday, December 06, 2013इनके अलावा सटाके ठोको, 'सामने हैं सवेरा', 'जय गोविंदा जय गोपाला' और तमंचे पे डिस्को। जैसे गाने है, जो ज्यादा देर दिमाग में टिकने वालों में से नहीं है।
Friday, November 29, 2013फ़िल्म का संगीत विशाल-शेखर ने दिया है। जो फ़िल्म की कहानी के हिसाब से ही बजता है। साथ ही 'धत्त तेरे की' चिंगम चबा के' जैसे गानों को काफी...
Saturday, November 23, 2013फ़िल्म का संगीत कुछ ज्यादा प्रभावी नहीं है। फ़िल्म में कुल पांच गाने है। जिसका शीर्षक गाना 'सिंह साहब द ग्रेट' है। इसे 'अलावा दारु बंद कल से', 'जब मेहँदी लग लग जावे'...
Friday, November 22, 2013फ़िल्म में प्रयोग किये कुछ ऐसे दृश्यों और डायलॉग्स के लिए जिनका सामना करना आपको शायद ठीक ना लगे, खासकर परिवार के साथ। साथ ही फ़िल्म में अनावश्यक मसाले के लिए।
Friday, November 15, 2013हिंदी-सिने जगत में एक नई शैली की शुरुआत है, 'कृष-3'। इस बात में कोई संदेह नहीं है, कि 'कृष-3' भारत की सबसे पहली ऐसी फ़िल्म है, जिसमें विदेशी दर्जे की ऐसी तकनीकों का प्रयोग किया गया है, जो अब से पहले भारत में किसी भी फ़िल्म में नहीं हुआ था।
Friday, November 01, 2013अगर फिल्म को लेकर तार्किक तरीके से सोचते है और ड्रामे के अलावा फिल्म में मजबूत कहानी भी ढूँढ़ते है।
Thursday, October 17, 2013फिल्म 'रोंदे सारे व्याह पिच्छों' सच्चे प्रेम और पक्के विश्वास की एक ऐसी प्रेम कहानी है। जो एक बार फिर ये साबित कर देती है, कि प्रेम और विश्वास में बहुत शक्ति होती है।
Tuesday, October 15, 2013