क्लीन विज़ुअल्स


उड़ान!

उड़ान!

जूतों में पंख तो आ गए बस अब उड़ना बाकी है!

व्रत वाली दारू!

व्रत वाली दारू!

अब नवरात्रों में भी नहीं छोड़नी पड़ेगी शराब, क्यों यह है व्रत के लिए ख़ास!

मात्र एक शब्द!

मात्र एक शब्द!

मात्र एक शब्द मगर अपने आप में संपूर्ण महाकाव्य... जीवन का सार एवं अथाह भावार्थ समेटे हुए!

काम का बोझ!

काम का बोझ!

भाई को इतना काम है कि लैपटॉप टांगने का भी जुगाड़ कर लिया!

लाजवाब!

लाजवाब!

डिज़ाइन तो लाजवाब है बस यह बता दो इस पर सोना कैसे है?

गज़ब दिमाग!

गज़ब दिमाग!

शराबी का दिमाग भी गज़ब होता है!

मन की शांति!

मन की शांति!

किसी ने बहुत सोच समझ कर नाम रखा है!

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