रामू की मेहनत!

संता एक बार बंता से मिलने उसके घर गया, वहां पर जब वह नाश्ता करने लगा तो उसने प्लेट में गंदगी लगी देखी तो बंता से पूछा;

संता: "यार बंता, ये प्लेटें सही ढंग से धुलती तो हैं न?"

बंता: "हां, बिल्कुल, रामू बड़ी मेहनत से और अच्छे से इन प्लेटों को साफ़ करता है!"

दोपहर के खाने के वक़्त संता ने फिर प्लेट में गन्दगी लगी देखी तो बंता से वही सवाल किया;

संता: "यार बंता, ये प्लेटें ढंग से धुलती तो हैं न?"

बंता: "हाँ मेरे दोस्त, रामू इन्हें बड़ी मेहनत से और अच्छे से साफ़ करता है!"

शाम को जब संता बाहर घूमने निकला तो दरवाजे पर बंधा बंता का पालतू कुत्ता भौंकने लगा, इस पर बंता ने कुत्ते को डपटते हुए कहा;

बंता: "चुप करो रामू, संताजी अपने घर के ही आदमी हैं!"