संता का अमर-प्रेम!

एक बार जीतो बड़े रूमानी अंदाज़ में संता से पूछती है, " सुनो जी, तुम मुझसे कितना प्यार करते हो?"

संता: बेहद?

जीतो: फिर भी कितना?

संता: जितना शाहजहां, मुमताज से करता था।

जीतो: मतलब अगर मैं मर जाऊं तो तुम मेरे लिए ताजमहल भी बनवाओगे।

संता: जानू, मैंने तो जगह भी देख रखी है, बस तेरे मरने का इंतज़ार कर रहा हूं।