ज्यादा सोचना भी ठीक नहीं!

एक बार एक आदमी दौड़ा-दौड़ा डॉक्टर के क्लिनिक में आया और उससे बोला डॉक्टर, "साहब मेरी जान बचा लीजिये।"

डॉक्टर उस आदमी को हौंसला देते हुए बोला, " घबराओ नहीं शान्ति से मुझे बताओ की बात क्या है?"

मरीज़: डॉक्टर साहब मेरे मुंह में छिपकली घुस गयी है।

डॉक्टर हैरानी से, "अरे जब छिपकली तुम्हारे मुंह में घुस रही थी तो तुमने मुंह बंद क्यों नहीं किया?"

मरीज़: गलती हो माई-बाप दरअसल जब वह मेरे मुंह में घुस रही थी तो मैंने सोचा की जो उस से पहले कॉकरोच मेरे मुंह में घुसा था वह उसे पकड़ कर वापस आ जायेगी।