घडी और पत्नी के बीच संबंध!

समानतायें:

1.घडी चौबीस घंटे टिक-टिक करती रहती है और पत्नी चौबीस घंटे किट-किट करती रहती है।

2. घडी के कांटे घूम फिर कर वहीँ आ जाते हैं और उसी प्रकार पत्नी को आप जितना मर्ज़ी समझायें वो भी घूम फिर-कर वहीँ आ जाती है और अपनी बात मनवा लेती है।

3. घडी बिगड़ जाये तो मैकेनिक के यहाँ जाती है और पत्नी बिगड़ जाये तो मायके चली जाती है।

4. घडी को चलाने के लिए बैटरी का प्रयोग होता है और पत्नी को चलाने के लिए अपनी तनख्वाह का प्रयोग होता है।

विषमतायें:

1. घडी में जब 12 बजते हैं तो तीनों कांटे एक दिखाई देते हैं लेकिन पत्नी के जब 12 बजते हैं तो एक पत्नी भी 3-3 दिखाई देती है।

2. घडी के अलार्म बजने का समय फिक्स होता है लेकिन पत्नी के अलार्म बजने का कोई भी समय फिक्स नहीं है।

3. घडी बिगड़ जाये तो रुक जाती है लेकिन अगर पत्नी बिगड़ जाये तो शुरू हो जाती है।

4. सबसे बड़ा अंतर यह है कि घडी को आप जब चाहें बदल सकते हैं लेकिन पत्नी को चाह कर भी बदल नहीं सकते।