एक बार पठान जहाज़ में एक सीट पर बैठ गया और वहाँ से उठने का नाम ही नहीं ले रहा था।
लोगों ने बहुत मिन्नत की लेकिन वो न माना और बोला, "पठान का ज़ुबान एक है, हम अपना फैंसला नहीं बदलेगा।"
तभी एक आदमी आया और पठान के कान में कुछ बोला तो पठान एकदम उठकर अगली सीट पर बैठ गया।
सब लोग हैरान हो गए और उस आदमी से पूछा कि उसने ऐसा क्या कहा जो पठान मान गया।
आदमी ने कहा कि मैंने पठान से पूछा कि आप कहाँ जाओगे?
पठान ने मुझे कहा, "दुबई।"
तो मैंने पठान से कहा, "दुबई की सीट अगली है, यह तो अमेरिका की सीट है।"