वैसे तो हम ज्यादा पीते नहीं; थोड़ी सी ज्यादा हो भी जाए; तो हमें नशा होता नहीं; और नशा हो भी जाए; तो हम नाले में गिरते नहीं; अगर नाले में गिर भी जाएँ; तो कुत्ते हमें चाटते नहीं; और अगर कुत्ते चाट भी लें; . . . . . . . . तो हमें कौन सा पता चलता है!