वकालत!

एक वकील को यह देख कर हैरत हुई कि अंदर के कमरे में बैल कोल्हू खींच रहा है और तेली बाहर बैठा चिलम पी रहा है।

वकील ने तेली से कहा, "अगर बैल रुक जाये तो तुम्हें पता ही नहीं चलेगा।"

तेली: पता चल जायेगा वकील साहिब, उसके गले में बंधी घंटी भी रुक जाएगी।

वकील ने एक मिनट सोचा और फिर बोला, "अच्छा अगर यह एक जगह खड़ा होकर बस अपना सिर हिलाता रहे तो घंटी बजती रहेगी और तुम समझोगे कि बैल चल रहा है।"

तेली ने बड़ी शांति से जवाब दिया, "हमारे बैल ने वकालत नहीं पढ़ी है।"