ज़िन्दगी कभी नहीं बदलती, बदलते हैं तो सिर्फ विचार।
बचपन में डर लगता था और अब
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'गांड' फटती है।
गर्मी शुरू हो रही है।
अब ढीले कुरते में ब्रा, बूब्स और पतली सलवार में फूलदार पैंटी फिर से देखने को मिलेगी।
"सभी कमीनों के लिए जनहित में जारी।"
ऐसा नहीं है कि 'सब्र' का फल मीठा होता है।
दरअसल
'सब' 'ब्रा' का फल मीठा होता है।
लड़की उस शख्स को माफ़ कर देती है जो मौके का गलत फायदा उठाये;
मगर उसको कभी माफ़ नहीं करती जो मौके का फायदा ही ना उठाये।
जब से आई-पिल नाम की चीज़ मार्किट में आई है, तब से कंडोम की सेल 50% तक गिर गयी है।
एबॉर्शन रेट 80% तक गिर गया है।
और लड़कियों का किरदार 100% निचे गिर गया है।
जीवन की 3 सच्चाइयां:
स्कूल की घंटी;
गरीब का दरवाजा;
और जवान लड़की -
इनको जब भी ठोकोगे तो अन्दर से बच्चे ही निकलेंगे।
गरीब आदमी की भी क्या ज़िन्दगी है।
जूता लेता है तो पेंट फट जाती है;
पेंट लेता है तो शर्ट फट जाती है;
और सब कुछ एक साथ लेता है तो गांड फट जाती है।
एक बार गर्ल्स होस्टल में लड़कियां साइकिल चलाते हुए बहुत शोर मचा रही थी।
तभी प्रिंसिपल वहां पर आई और बोली, "शोर कम मचाओ नहीं तो साइकिल की सीट वापस लगवा दूँगी।"
जंगल में हाथी ने ऊँट से पूछा, "ओये, ये तेरे बूब्स तेरी पीठ पर क्यों हैं?"
ऊँट गुस्से से बोला, "जा बे भोसड़ी के, जिनके चेहरे पर लंड लटका हो, ऐसे लोगों से तो मैं बात भी नहीं करता।"
शेर: हम इन डिस्कवरी चैनल वालों से बहुत परेशान हैं;
बंदर: क्यों, क्या हुआ?
शेर: "कोई पर्दा नहीं रहा ना, फिर भी कहते हैं शेर कम हो रहे हैं!"