पुराने दोस्तों से गिले-शिकवे दूर कर लेने चाहिए... क्योंकि, यह जिंदगी उतनी बड़ी भी नहीं है!
और नए लोगों को गांड़ू, भोसड़ी के, के लेवल तक लाने में टाइम भी बहुत लगता है!
हाथी घोडा पालकी,
माँ चुद गयी इस साल की!
सरकार तो आज सोशल-डिस्टेंसिंग की बात कह रही है लेकिन हमारे बुजुर्गों ने तो बहुत पहले ही बता दिया था कि...
10 फुट रांड से
20 फुट सांड से और
40 फुट बावली गांड से
दूर रहना चाहिए!
दोस्त का उतना ख्याल रखो जितना झांटे साफ़ करते समय लंड का रखते हो!
तभी जरूरत पड़ने पर तुम्हारे लिए खड़ा होगा!
जिस प्रकार मनुष्य संभोग करते समय योनि के ऊपर के बालों को नजरअंदाज करके सिर्फ छेद पर ध्यान देता है!
उसी प्रकार दैनिक जीवन में आने वाली परेशानियों को नजरअंदाज करके केवल अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए!
लिंग की तरह बलवान बनो, तभी अंदर तक घुस के आनंद पा सकोगे!
गोटियों की तरह लटके रहोगे, तो बाहर रह के झटके ही खाने पड़ेंगे!
आज-कल अच्छी बातें भी ऐसी भाषा में बतानी पड़ती हैं वरना साला कोई पढ़ता ही नहीं!
संता: आप मुझे संस्कृत सिखा दो।
पंडित: क्यों?
संता: देवताओं की भाषा है, स्वर्ग में जरुरत पड़ेगी।
पंडित: अगर नर्क गए तो?
संता: बहन चोद, पंजाबी तो आती ही है।
जूते खरीदने गया था, तो दुकान में पहले मेरे जुते खुलवाए, सेनिटाइजर से पैर को सेनिटाइज किया।
यह सब देखकर मैने कसम खाई इस साल मैं अंडरवियर खरीदने नहीं जाऊंगा।
लड़की: भैया ये हैंड बैग कितने का है?
दुकानदार: 6500 का!
लड़की: इतना छोटा सा हैंड बैग 6500 का!
दुकानदार: मैडम ये लन्ड की चमड़ी का बना हुआ है, ज़रा सा हाथ फेरोगी बढ़कर सूटकेस बन जायेगा!
भारत एक ऐसा देश है जहाँ आपके घर में दिन- दहाड़े चोरी हो जाए तो पड़ोसी तक को पता नहीं चलता!
पर रात में एक गश्ती बुलवा लो तो आधे शहर में खबर फैल जाती है!
लॉकडाउन खुलने पर पहली बार वो ऑफिस गई। एकाध घंटे में ही उसे बेचैनी होने लगी, साँस लेने में तकलीफ होने लगी। उसे लगा कि, कन्फर्म कोरोना ही है। तुरंत पति को बुलवाया। घबराए से दोनों घर पहुँचे। कुछ समय बाद उसकी हालत सुधरी और सांस भी आसानी से लेने लगी।
दोनों को समझ नहीं आया कि आखिर उसे हुआ क्या था। दोनों ने जब खूब सोचा तब अचानक बिजली सी कौंधी और उन्हें जवाब मिल गया...
3 महीनों के बाद आज पहली बार उसने ब्रा पहनी थी!