'फीमेलफर्स्ट डॉट यूके' की रपट के मुताबिक, हायेक ने टाइम पत्रिका से कहा, "मुझे लगता है कि नई पीढ़ी को सबसे पहले अलग बनने के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।"
उन्होंने कहा, "लड़कियों को यह बताना जरूरी है कि दूसरी लड़कियों की तरह बनने की कोशिश न करें, बल्कि अपनी अलग पहचान के साथ गहरा विचारक बनने की कोशिश करें।"
फिल्म 'डेस्पराडो' की अभिनेत्री का मानना है कि महिलाएं जल्द ही अपनी बुलंद आवाज से दुनिया को बदलने में सक्षम होंगी।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि महिलाओं की आवाज दुनिया बदल सकती है, लेकिन हम अपनी आवाज नहीं जानते। हमने उसका पता ही नहीं लगाया। हम कई दशकों और पीढ़ियों से व्यस्त हैं। पुरुषों द्वारा बनाए गए सिस्टम में काम करने की कोशिश कर रहे हैं।"