वकील ने मुलजिम से मुखातिब होते हुए पूछा हाँ तो जब तुम घर आये तो तुमने देखा की तुम्हारी बीवी किसी और के साथ बिस्तर पर थी!
मुलजिम ने कहा जी हाँ, ये बिल्कुल ठीक है! वकील ने फिर पूछा तुमने पिस्तौल निकाली और अपनी पत्नी को गोली मार दी! मुलजिम ने कहा जी हाँ, ये भी ठीक है! वकील ने फिर पूछा तो मेरा प्रश्न तुम से यह है कि तुमने अपने पत्नी को ही क्यों मारा? उसके प्रेमी को क्यों नहीं मारा? मुलजिम: बड़ी सीधी बात है साहब, रोज रोज अलग आदमी को मारने से अच्छा तो.... |