तवायफों की अदाएं!

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    लखनऊ की तवायफ
    तवायफ: बस करें नवाब साहब, सुबह हो गयी है!
    नवाब: तुम्हे कैसे पता?
    तवायफ: हमारी आँखों का काजल बह गया है!

    दिल्ली की तवायफ
    तवायफ: बस करें जी, सुबह हो चली है!
    सौदागर: तुम्हे कैसे पता?
    तवायफ: हमारा गजरा मुरझा गया है!

    गुजराती तवायफ
    तवायफ: बस कर नाटू सवेर थावनी छे!
    नाटू: तने केवी रीते खबर पड़ी?
    तवायफ: भोंसड़ीना, मने संडास लागी छे!
  • फ़ौज से छुट्टी! जवान: सर मुझे छुट्टी चाहिए!
    मेजर: क्या काम है?
    जवान: बीवी की याद आ रही है...
  • बेचारा संता करे तो क्या करे? एक बार संता डॉक्टर के पास गया और उस से बोला;
    संता: डॉक्टर साहब मैं सीधा खड़ा होकर हल्का सा झुक कर जब अपना दायाँ पैर घुटने से...
  • सयाना खरगोश! एक बार एक पारी ने देखा की एक शेर खरगोश का पीछा कर रहा है!
    उसने दोनों को रोका और कहा कि अगर तुम ऐसा ना करो तो मैं तुम दोनों की तीन-तीन ख्वाहिशें...
  • संता और जीतो का झगडा! एक बार संता एक ब्रा की दुकान में गया और वहां से एक दर्जन एक ही रंग की ब्रा खरीद कर अपने घर आया और अपनी पत्नी जीतो से बोला...
  • संता और पप्पू की शरारत! एक बार संता और उसके बेटे पप्पू का शरारत करने का मन किया तो पप्पू ने फ़ोन से एक नंबर मिलाया और पूछा...
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