लखनऊ की तवायफ तवायफ: बस करें नवाब साहब, सुबह हो गयी है! नवाब: तुम्हे कैसे पता? तवायफ: हमारी आँखों का काजल बह गया है! दिल्ली की तवायफ तवायफ: बस करें जी, सुबह हो चली है! सौदागर: तुम्हे कैसे पता? तवायफ: हमारा गजरा मुरझा गया है! गुजराती तवायफ तवायफ: बस कर नाटू सवेर थावनी छे! नाटू: तने केवी रीते खबर पड़ी? तवायफ: भोंसड़ीना, मने संडास लागी छे! |