एक बार संता एक वैश्या के पास जाता है और बड़े ही शायराना अंदाज़ में उस से कहता है,"ठुमक ठुमक के चलती हो क्या मार ही डालोगी थोड़ी सी चूत दे दो क्या इतनी का अचार डालोगी"। संता की बात सुन कर वह वैश्या भी बड़े शायराना अंदाज़ में जवाब देती है," जानेमन 200 रूपए लूंगी पर तस्सली से हिल-हिल के दूंगी"। संता: 100 रूपए दूंगा हिल मैं खुद लूँगा। संता की बात सुन कर वैश्या चिड जाती है और जवाब देती है," इतना खर्च भी क्यों करता है ज़ालिम तू अपने 100 रूपए भी बचा ले, वो सामने बाथरूम है जा कर हाथ से ही हिला ले"। |