एक बार अकबर ने बीरबल को आदेश दिया। अकबर: एक ऐसा आदमी ढूँढ के लाओ जो मेरे साथ इशारो में बात कर सके, मैं उस से कुछ सवाल पूछुंगा। बीरबल: जी, महाराज। अकबर: परन्तु अगर उसने गलत जवाब दिया तो उसकी गर्दन काट दी जाएगी, सही जवाब दिया तो एक महल और एक लाख रुपये दूंगा, और अगर तुम ऐसा आदमी ना ढूँढ सके तो मैं तुम्हारी गर्दन काट दूंगा। यह सुन बीरबल सकते में आ गया कि कहाँ से लाये ऐसा आदमी ढूँढ के? उसे 10 दिन बाद एक बकरी चराने वाला मिला तो वह उसके पास गया और बोला, "वैसे भी तेरी ज़िन्दगी में कुछ नहीं है, परिवार पालना भी मुश्किल हो रहा है"। बकरवाल: बिलकुल हजूर। बीरबल: तो ऐसा करते हैं, मैं तुझे 10,000 रुपये दूंगा, बस तू बस राजा के सामने चल पड़ और उस से इशारो में बात कर। बकरवाल: अगर मैं जवाब न दे पाया तो? बीरबल: जो होगा देखा जायेगा, तू मर भी गया तो कम से कम तेरे घर वाले मेरे दिए रुपयों से आराम से ज़िन्दगी तो काट लेंगे। बात बकरवाल की समझ में आ गयी और पहुँच गया दरबार में। अकबर ने उसे 1 उंगली दिखाई, बकरवाल ने उसको 2 दिखा दी। अकबर ने इशारो से पूछा, "क्यों?" बकरवाल ने एक ऊँगली आसमान की तरफ करी और फिर बादशाह की तरफ कर दी। अकबर मुस्कुराया और उसने अपने हाथ को हवा में हिलाया और पूछा, "क्यों?" बकरवाल ने अपनी पेंट नीचे की और लंड पकड़ के राजा के सामने हिला दिया। यह देख बीरबल की गांड फट गयी पर राजा बहुत खुश हुआ और उसने बकरवाल को इनाम देके विदा किया। उसके जाने के बाद बीरबल ने हैरान होकर अकबर से पूछा, "हजूर ये क्या चल रहा था"। अकबर ने मुस्कुराते हुए कहा, "मैंने उसे 1 ऊँगली दिखा के पूछा, क्या भगवान एक है? वो बोला 2 हैं, एक ऊपर और एक नीचे आप"। बीरबल: ओह, फिर क्या पूछा था आपने? अकबर: मैंने पूछा था, ये आबादी क्यों बढ़ रही है, उसने लंड दिखा के बोला की इसकी वजह से। बीरबल के तो ये सुन के होश उड़ गए की उस से भी अकल्मन्द कोई है इस दुनिया में, और यह सोच वह तुरंत उस बकरवाल से मिलने चला गया। बीरबल: तुम्हे समझ कैसे आया के राजा पूछना क्या चाहता है? बकरवाल मुस्कुराते हुए बोला, "लो इसमें क्या मुश्किल है, राजा बोला 1 बकरी देगा, मैंने बोला 2 ले लो, ऊपर वाले ने बहुत दे रखी हैं"। बीरबल हैरान होते हुए, "और दूसरी बार?" बकरवाल : "फिर अकबर ने पूछा था सब बकरी देगा? मैंने कहा लोडा ले ले मेरा"। |