यह बात आज़ादी से पहले की है, जब भारत पर अंग्रेजों का राज़ था। एक दिन संता का मन तंदूरी चिकन खाने का किया तो वह एक होटल में गया। परन्तु होटल के बाहर एक बोर्ड लगा हुआ था जिस पर लिखा था "केवल ब्रिटिश लोगों के लिए।" संता फिर भी किसी तरह से लड़ झगड़ के अन्दर पहुंचा और तंदूरी चिकन का आर्डर दे दिया। कुछ देर बाद आर्डर तो आ गया, पर मैनेजर अपने साथ एक अंग्रेज पुलिसवाले को भी ले आया। पुलिस वाला: "तुम ये चिकन नहीं खा सकते और अगर तुमने इस चिकन को खाने की कोशिश की तो जो तुम इस चिकन के साथ करोगे वो मैं तुम्हारे साथ करूँगा, अगर तू इसकी टांग तोड़ेगा तो मैं तेरी टांग तोड़ दूंगा।" संता ने ये सुना और परेशान हो गया, पर अचानक से उसके दिमाग की बत्ती जली, उसने चिकन की गांड में ऊँगली डाली और मसाला निकाल कर चाटने लग गया, और फिर अपनी पेंट उतार कर पुलिस वाले की तरफ गांड कर के बोला,"लो जनाब हाज़िर है।" |