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    एक बार कक्षा में गुरु जी पढ़ा रहे थे तो उन्होंने बच्चों से एक विचित्र प्रश्न पूछा।

    गुरूजी: बच्चो बताओ घर-बार किसे कहते हैं और एक पति के जीवन में इसके महत्व की विवेचना कीजिये।

    सभी बच्चे चुप हो गए। किसी को कोई उत्तर ना सूझा।

    गुरु जी: क्या हुआ, क्या इस कक्षा में ऐसा कोई नहीं है जो इसका उत्तर दे सके।

    तभी अचानक एक छात्र ने अपना हाथ ऊपर किया।

    गुरु जी: हाँ बेटा बताओ क्या कहना चाहते हो?

    छात्र: गुरु जी घर-बार का एक पति के जीवन में बड़ा महत्तव है। घर में पत्नी द्वारा उत्पन्न किये गए तनाव से मुक्त होने हेतु पति घर से बार में चला जाता है और बार में ज्यादा चढ़ जाने पर बार से घर आ जाता है। घर और बार के इस चक्र को ही घर-बार कहते हैं।

    गुरु जी ने छात्र का नाम राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए भेज दिया है और खुद सुबह से बार में बैठे हैं।
  • मास्टर तो मास्टर ही हैं! एक मास्टर जी के घर में 7-8 मास्टर मेहमान आ गए।
    मास्टर जी की बीवी बोली, "घर मे चीनी नहीं है, चाय कैसे बनाऊँ?"
    मास्टर ने कहा...
  • मोबाइल और लड़की! मोबाईल बना हैँ हर लड़की की शान,
    मिस कॉल करके लड़कों को करती हैँ परेशान;
    SMS मेँ लिखती...
  • सास से प्यार! यह एक जग प्रसिद्ध सच है कि सभी बहुओं को अपनी सास से परेशानी रहती है।
    ऐसे ही एक दिन सभी बहुएं इकट्ठी हुई...
  • डॉक्टर से तो बढई भला! एक बार एक आदमी डॉक्टर के पास गया और बोला;
    आदमी: डॉक्टर साहब, मैं बहुत परेशान हूँ, जब भी मैं बिस्तर पर लेटता हूँ तो मुझे लगता है की बिस्तर के नीचे कोई है...
  • मेहनत करे मुर्गी अण्डा खाए फ़क़ीर! एक बार एक किसान का घोडा बीमार हो गया। उसने उसके इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर ने घोड़े का अच्छे से मुआयना किया बोला, "आपके घोड़े को काफी गंभीर बीमारी है। हम तीन दिन तक इसे दवाई देकर देखते हैं...