विवाहित Hindi Jokes

  • गुटर-गुं

    एक बार एक आदमी अपनी प्रेमिका के साथ पार्क में बाहों में बाहें डाल कर बैठा हुआ था और कुछ बड़ी ही रूमानी बातें कर रहा था कि तभी अचानक वहां एक हवलदार आया और बोला, "आपको शर्म नहीं आती आप एक समझदार व्यक्ति होकर खुलेआम पार्क में ऐसी हरकत कर रहे हैं"।

    आदमी: देखिये हवालदार साहब आप गलत समझ रहे हैं, जैसा आप सोच रहे हैं वैसा कुछ भी नहीं है।

    हवलदार: तो कैसा है?

    आदमी: जी हम दोनों शादीशुदा हैं।

    हवालदार: अगर तुम शादीशुदा हो तो फिर अपनी ये प्यार भरी गुटरगूं अपने घर पर क्यों नहीं करते।

    आदमी: हवालदार साहब कर तो लें पर वहां मेरी पत्नी और और इसके पति को शायद अच्छा नहीं लगेगा।
  • रंग ने मरवा दिया!

    जज: एक पकडे हुए चोर स पूछताछ करते हुए," अच्छा तो तुम चार बार एक ही दुकान का ताला तोड़ते हुए पकड़े गए?"

    चोर: जी हाँ साहब।

    जज: तुमने क्या चुराया था?

    चोर: साहब मैंने एक ड्रेस चुराई थी।

    जज: जब तुम एक बार ड्रेस चुरा चुके थे तो फिर चार बार वहां आने की क्या जरुरत थी?

    चोर: साहब जो पहले तीन ड्रेस चुराई उनका रंग मेरी बीवी को पसंद नही आया।
  • तुम तो कमाल हो!

    एक औरत अपने बेडरुम के आईने के सामने खड़ी थी।

    वह अपने आपको आईने में देखकर वह बहुत नाखुश थी तभी उसके पति का वहां आना हुआ। वह अपने पति से कहती है,"देखो ना आजकल मै कितनी बुजुर्ग, मोटी और गंदी दिख रही हूं, अपनी ऐसी हालत देखकर तो मेरा मूड ही खराब हो गया है मेरा मूड ठीक करने के लिए मेरी इच्छा है कि आप कम से कम एक बार मेरी तारीफ कर दो।"

    उसके पति ने उसकी तारीफ़ करते हुए कहा,"अरे तुम तो कमाल हो इस उम्र में भी तुम्हारी आंखें इतनी अच्छी तरह से देख पाती है"।
  • मई का पावन महीना!

    मई का पावन महीना शुरू होने हो गया है।

    पत्नी को सामने बिठाकर उसके मायके की तारीफ करें, उसके मायके की ढेर सारी बातें करें, जानता हूँ ये बहुत कठिन और असहनीय पीड़ादायक काम है पर कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है तो दाँत भींचकर पीड़ा सहन करते हुए पत्नी को मायके की जबरन याद दिलाएं। इतना कि वो मायके जाने के लिए तड़प उठे। तब फिर एक दिन वह सुख भरा दिन आएगा जब पत्नियाँ मायके जाएँगी।

    अपनी अपार ख़ुशी को छुपाते हुए उदास मन से प्यार के दिखावे के साथ पत्नी को ट्रेन में बैठा कर स्टेशन पर तब तक खड़े रहें जब तक कि ट्रेन (पत्नी) आँखों से ओझल न हो जाये। फिर नाचते कूदते हुए दोस्तों को आमंत्रित करते हुए घर आएं और चिल्ला चिल्ला कर गायें, "दुःख भरे दिन बीते रे भैया अब सुख आयो रे"।