संता: जल्दी से यहाँ एक एम्बुलेंस भेज दीजिये, मेरे दोस्त को एक गाडी ने टक्कर मार दी है। उसके नाक से और कान से खून बह रहा है। शायद उसकी टांग भी टूट गयी है। ऑपरेटर: आप किस जगह पर हैं कृपया वो बता दीजिये। संता: Connaght Place में। ऑपरेटर: आप मुझे स्पेलिंग बता दीजिये? आगे से कोई आवाज़ नहीं आई। ऑपरेटर: सर क्या आप को मेरी आवाज़ आ रही है? दूसरी तरफ से अभी भी कोई आवाज़ नहीं आई। ऑपरेटर: सर प्लीज, जवाब दीजिये, क्या आप मुझे सुन रहे हैं? संता: हाँ- हाँ माफ़ करना, मुझे Connaght Place के स्पेलिंग नहीं आते, इसलिए मैं उसे घसीट कर Minto Road पर ले आया हूँ। आप Minto Road के स्पेलिंग लिखो। |
एक बार संता बार में बैठकर कागज पर कुछ गुणा-भाग कर रहा था और पागलों की तरह हँस रहा था।
तभी वहां बंता आया और उसने संता से पूछा, "क्या हुआ संता, तुम इतने खुश क्यों हो?" संता (हँसते-हँसते): ओ यार, आजकल मेरी पत्नी डाइटिंग पर है और पिछले 4 दिनों में उसने 5 किलो वजन घटा लिया है। बंता: तो फिर इसमें इतना हँसने वाली क्या बात है? संता: ओ यार, अभी-अभी मैंने सारा हिसाब लगाया है कि अगले 4 महीनों में वह पूरी तरह से गायब हो जाएगी। |
एक औरत सड़क पर गोद में अपने बच्चे को लेकर रोये जा रही थी, तभी वहाँ से संता गुज़र रहा था। संता ने उसके रोने का कारण पूछा। औरत बोली, "बच्चा बहुत बीमार है और दवा के लिए पैसे नहीं हैं।" संता ने जेब से 1000 का नोट दिया और कहा कि जाओ जाकर दवाई ले आओ और बच्चे के लिए कुछ खाना और दूध भी ले लेना, बाकी जो बचे मुझे लाकर लौटा देना मैं यहीं खडा हूँ। थोड़ी देर बाद औरत आई और 800 रूपये लौटाती हुई बोली कि 100 रुपये डाक्टर ने लिए, 60 रुपये का खाना और 40 रुपये का दूध आया है। संता बहुत खुश हुआ और सोचने लगा कि 'नेकी कभी बेकार नहीं जाती। डाक्टर को फीस भी मिल गई, बच्चे को दवा, दूध और खाना भी मिल गया। . . . . . . . . और मेरा नकली नोट भी चल गया। |
बंता: अरे यार संता तुम जो तोता लाये थे, कैसा है वो? संता: क्या बताऊँ यार कल हमारा तोता पेट्रोल पी गया। बंता: अरे, फिर क्या हुआ? संता: होना क्या था तड़पा, चीखा, फड़फड़ाया, उड़ा तो छत से जा कर टकराया, फिर कई बार कमरे में गोल- गोल उड़ा और कई बार चारों दीवारों से टकराया। बंता: फिर? संता: फिर उड़ कर हॉल में पहुंच गया। वहां भी अंधों की तरह खूब टककरें मारीं। फिर किचन में पहुंच गया। वहां तो बहुत ही तड़पा, कई बर्तन फोड़ दिए। फिर बैडरूम में पहुंचा तो सीधा जाकर ड्रेसिंग टेबल के शीशे से टकराया। शीशा चकनाचूर हो गया और उन्ही टुकड़ों में वो भी फर्श पर ढेर हो गया। बंता: ओह, फिर मर गया? संता: नहीं मरा तो नहीं पर मुझे लगता है पेट्रोल ख़त्म हो गया होगा। |