एक बार संता, उसका एक जापानी और एक ब्रिटिश मित्र समंदर घूमने निकले लेकिन अचानक एक तूफ़ान की वजह से वे एक सुनसान टापू पर पहुँच जाते हैं। चलते-चलते उन्हें एक चिराग मिलता है। जापानी चिराग को घिसता है तो उसमें से एक जिन्न बाहर आता है। जिन्न कहता है कि मैं आप तीनों की एक-एक इच्छा पूरी करूँगा। जापानी कहता है कि मैं अपने घर वापस जाना चाहता हूँ। जिन्न हाथ घुमाता है और वो घर पहुँच जाता है। ब्रिटिश भी अपने घर जाने की इच्छा रखता है और वो भी घर पहुँच जाता है। संता सोच में पड़ जाता है और अपनी इच्छा बताते हुए कहता है, "भई, उन दोनों के जाने से मैं तो अकेला पड़ गया, तुम ऐसा करो उन दोनों को वापस बुला लो।" |
एक बार संता काम के लिए विदेश चला गया और वहाँ एक रेस्टोरेंट में काम करने लग गया। वहाँ उसे काम करते कुछ दिन हुए थे कि एक रोज मैनेजर ने उसे अपने ऑफिस में बुलाया और बताया कि पंजाब से उसके भाई का फ़ोन आया है। संता खुश हो गया और फ़ोन पकड़ कर काफी देर टूटी-फूटी अंग्रेजी में अपने भाई से बात करता रहा। आखिरकार बात खत्म करने के बाद जब उसने फ़ोन रखा तो मैनेजर ने उससे पूछा, "अपने भाई से अंग्रेजी में क्यों बात कर रहे थे? अपनी जुबान में बात क्यों नहीं की?" संता बहुत ही हैरान होकर बोला, "साहब जी, अब मुझे क्या मालूम था कि आपका टेलीफोन पंजाबी भी बोलता है।" |
एक बार संता अपने ससुराल मिलने के लिए गया और ज़मीन पर बैठ गया। सास: बेटा ज़मीन पर क्यों बैठे हो? ऊपर सोफे पर बैठ जाओ। संता: नहीं मैं यहीं ठीक हूँ। सास: इतना अच्छा सोफा है फिर भी नीचे क्यों बैठे हो? संता: सोफे पर तो गरीब लोग बैठते हैं। मैं नीचे ज़मीन पर ही ठीक हूँ। सास(हैरानी से): गरीब लोग, वो कैसे? संता: सोफे की कीमत पच्चीस हज़ार रुपये और ज़मीन के प्लाट की कीमत पच्चीस लाख रुपये! |
एक दरवाजे पर एक घंटी लगी हुई थी, जिस पर लिखा था, 'डॉक्टर के लिए घंटी बजाइए।' आधी रात को संता शराब में टुन्न उधर से निकला, उसने घंटी देखी, फिर ऊपर लिखी लाइन पढ़ी और फिर घंटी बजाने लगा। थोड़ी देर बाद दरवाजा खुला और आँखें मलता हुआ एक आदमी बाहर निकला। संता ने पूछा,"आप डॉक्टर हैं?" डॉक्टर: हाँ। संता: यह घंटी आप खुद नहीं बजा सकते? |