संता पेप्सी लेकर सामने रख के उदास बैठा था। बंता वहां आया और आते ही संता की पेप्सी पी गया और पूछा, "यार तू उदास क्यों है?" संता बोला,"यार आज का दिन ही बुरा है।" सुबह -सुबह बीवी से झगड़ा हो गया। रास्ते में कार खराब हो गई। ऑफिस लेट पहुंचा तो बॉस ने नौकरी से निकाल दिया। और अब जब जिंदगी से तंग आकर मैंने आत्महत्या करने के लिए पेप्सी में जहर मिलाया तो वो भी तू पी गया अब बता मैं उदास ना होऊं तो क्या करूँ? |
जीतो बड़ी हड़बड़ी में दांत के डॉक्टर के पास गई और बोली,"डॉक्टर साहब! मैं बहुत जल्दी में हूं।" मुझे एक जरूरी मीटिंग में जाना है इसलिए एनस्थीसिया (निश्चेतक) मत लगाइये और जल्दी से दांत बाहर निकाल दीजिये। डॉक्टर ने मन ही मन मुस्कुराते हुए कहा,"कमाल की बहादुर औरत है।" फिर उसने जीतो से बोला, ठीक है, जैसी आपकी मर्जी। इस कुर्सी पर बैठ जाइये और बताइये कौन से दांत में दर्द है। जीतो ने दरवाजे के पास खड़े अपने पति संता को आवाज दी,"चलो! डॉक्टर साहब को दांत दिखाओ।" |
एक बार संता और बंता पार्क में बैठे अपनी शादी के बारे में बातें कर रहे थे। बंता : यार संता एक बात बता कि मैं ऐसा क्या करूँ कि मैं तेरी शादी के बाद मैं तेरी बीवी को फिल्म दिखाने को लेकर जाऊं और तू नाराज़ भी ना हो? संता खुश होते हुए, " तू मेरी शादी अपनी बहन के साथ करा दे। |
फूलवाला: साहब ये फूल अपनी गर्लफ्रेंड के लिए ले लो। संता: मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है। फूलवाला: तो फिर अपनी मंगेतर के लिए ही ले लो। संता: वो भी नही है। फूलवाला: तो फिर अपनी बीवी के लिए ले लो। संता: मेरी बीवी भी नही है। फूलवाला: ऐ दुनिया के सबसे खुशकिस्मत इंसान, मेरी तरफ से ये फूल तेरे लिए। |