संता ने एक लॉटरी टिकट ख़रीदा और उसकी लॉटरी भी निकल गयी। वह लॉटरी का दावा करने के लिए लॉटरी टिकट लेकर अपने नम्बर की पुष्टि करने जाता है। संता वहां बैठे आदमी से कहता है,"मैंने लॉटरी के 10 लाख रूपए जीते है और वे मुझे अभी चाहिए।" वहां बैठा आदमी संता से कहता है,"सर हम इस तरह लॉटरी का पूरा पैसा एक ही बार में आपको नही दे सकते, हम आपको अभी एक लाख देंगे और बाकि के नौ लाख अगले नौ साल में देंगे।" संता ने कहा,"अरे ऐसा नही होता मैंने लॉटरी जीती है और मुझे सारा पैसा अभी के अभी चाहिए।" वह आदमी फिर से कहने लगा,"देखिये सर हम अभी आपको केवल एक लाख ही दे सकते हैं बाकि की राशि अगले नौ सालों में ही देंगे।" संता ने बहुत ही गुस्से में उस आदमी से कहा,"देखो मुझे मेरा पैसा चाहिए अगर तुम मुझे 10 लाख अभी नही दे सकते हो तो मेरा वह 100 रूपया वापस कर दो जिससे मैंने लॉटरी का टिकट ख़रीदा था। |
संता एक बार ऑस्ट्रेलिया गया था वहां सिडनी में एक बार में बैठा था तभी एक ऑस्ट्रेलियन आया और संता के साथ वाले स्टूल पर बैठ गया। उसने संता की ओर मुखातिब होते हुए कहा,"चलो एक छोटा सा खेल खेलते है मैं तुमसे एक पहेली पूछता हूँ अगर तुम इसका जवाब दे पाए तो ड्रिंक मेरी ओर से और अगर जवाब नही दे पाए तो ड्रिंक तुम्हारी तरफ से।" संता ने बड़ी ख़ुशी से कहा ठीक है। ऑस्ट्रेलियन ने कहा,"मेरे माँ बाप के एक बच्चा था, वह न तो मेरा भाई था और न मेरी बहन थी तो ये फिर कौन था?" संता अपने सिर को खुजलाने लगा और बहुत सोचने के बाद उसने उससे कहा,"मैं नही बता सकता तुम ही बताओ की वह कौन था?" तब ऑस्ट्रेलियन ने कहा,"वह मैं था", और वह मजाकिया अंदाज में हंसने लगा, फिर संता ने ड्रिंक के पैसे चुकाए और वहां से चला गया। अगले दिन संता वापस भारत आ गया रात में वह बार में बैठा था, तभी वहां बंता आ गया। संता: अरे बंता आओ यहाँ बैठो चलो एक खेल खेलते हैं, मैं तुमसे एक पहेली पूछता हूँ अगर तुम इसका जवाब दे पाए तो ड्रिंक मेरी ओर से और अगर नही दे पाए तो ड्रिंक तुम्हारी तरफ से। बंता ने कहा,"ठीक है।" संता ने कहा,"मेरे माँ बाप के एक बच्चा था वह न तो मेरा भाई था और न मेरी बहन थी तो ये फिर कौन था?" बंता ने थोड़ी देर सोचा और फिर कहा, "यार मुझे नही पता तुम ही बताओ वह कौन था?" संता ने कहा,"वह एक ऑस्ट्रेलियन था, जो सिडनी में रहता है।" |
एक बार संता अपनी पत्नी के लिए के लिए प्यानो लेकर आया, तो पप्पू ने उस से पूछा, " पापा ये आप क्यों लाये हैं।" संता: बेटा तुम्हारी माँ प्यानो बजाना सीखना चाहती थी इसीलिए ये उसका जन्मदिन का तोहफा है। कुछ दिनों बाद पप्पू ने संता से पूछा, पापा क्या माँ ने अब प्यानो बजाना सीख लिया है? संता: नही, हमने उसे वापस कर दिया और मैं उसकी जगह शहनाई लाया हूँ। पप्पू: वो किसलिए पापा? संता: शहनाई बजाते हुए तुम्हारी माँ कम से कम अपनी बेसुरी आवाज़ में गाना तो नही गा पाएगी। |
संता: यार जरा तुम्हारे सुखी वैवाहिक जीवन का राज तो बताओ। जब देखो तब तुम्हारे घर से तुम्हारी और तुम्हारे बीवी की हंसने की आवाजें आती रहती है। बंता: अरे कैसी हंसी की आवाजें, जब देखो तब उसे गुस्सा आता है और जब उसे गुस्सा आता है तो वह सारे बर्तन फेंककर मुझे मारती है। अगर निशाना सही लगा तो वो हंसती है और अगर निशाना गलत लगा तो मैं हँसता हूँ। |