पेड़ वो कविताएँ हैं जो पृथ्वी आकाश पर लिखती है। |
आत्मा जो चाहती है, वह पा लेती है| |
उदारता यह है कि जितना आप कर सकते हैं उससे ज्यादा करें और गर्व यह है कि जितनी आपको ज़रूरत है उससे कम ले। |
मित्रता कभी भी अवसर नहीं अपितु हमेशा एक मधुर उत्तरदायित्व होती है। |