जीतो: भईया, आज समोसे अच्छे नहीं बने हैं। कल वाले अच्छे थे। समोसे वाला: क्या बात कर रही हैं बहन जी, यह कल वाले ही तो हैं। |
जीतो ने पप्पू को डांटते हुए कहा: घर में तरीके से रहा जाता है, तुम्हें मेरी हर बात माननी चाहिए। पप्पू ने सिर हिलाते हुए कहा: मैं समझ गया मम्मी, आगे से मैं भी वैसे ही रहूंगा, जैसे पापा रहते हैं। |
जीतो: तुम इतनी परेशान क्यों लग रही हो?? प्रीतो: कल रात मैंने एक सपना देखा कि मेरे पति किसी दूसरी औरत के साथ रंगरलियां मना रहे थे। जीतो: सपने की वजह से इतना परेशान क्यों होना? प्रीतो: सोच रही हूँ कि जब मेरे सपने में वो ऐसी हरकतें कर सकते हैं तो अपने सपनों में क्या करते होंगे! |
पप्पू: मम्मी मुझे नींद नहीं आ रही, मुझे कोई कहानी सुनाओ। जीतो: थोड़ी देर ठहर जा, तुम्हारे डैडी आते ही होंगे। टाइम पर घर न आने की कहानी वो जो मुझे सुनाएंगे, तू भी सुन लेना। |
नौकर: बीवी जी मुझे पागलखाने में ज्यादा तनख्वाह की नौकरी मिल रही है। जीतो: लेकिन तुम्हें पागलखाने में काम करने का तजुर्बा कहां है? नौकर: वहां का न सही आपके घर काम करने का तजुर्बा तो है। |
जीतो: तुमने आखिर क्या देखकर अपने नौकर से शादी कर ली? प्रीतो: दरअसल वह बहुत बदतमीज हो गया था और मैं उसे सबक सिखाना चाहती थी। |
प्रीतो: घर की सुख शांति के लिए कौन सा व्रत रखूं? पंडित जी: मौन व्रत। |
डॉक्टर: आपको कोई तकलीफ नही है, बस आराम की जरूरत है। प्रीतो: लेकिन आपने मेरी जुबान तो देखी ही नही। डॉक्टर: उसे भी आराम की जरूरत है। |
संता: ये कैसा खाना बनाया है? बिल्कुल गोबर जैसा लग रहा है। जीतो: हे भगवान! इस आदमी ने हर चीज चख रखी है। |