याद में तेरी आँखें भरता है कोई; हर सांस के साथ तुझे याद करता है कोई; मौत एक ऐसी चीज़ है जिसको आना ही है; लेकिन तेरी जुदाई में हर रोज़ मरता है कोई। |
सर्द रातों को सताती है जुदाई तेरी; आग बुझती नहीं सीने में लगाई तेरी; जब भी चलती हैं हवाएं; बहुत परेशान करती है यह तन्हाई मेरी। |
दिल तो करता है जिंदगी को किसी क़ातिल के हवाले कर दूँ, अये यारो; जुदाई में यूँ रोज़ रोज़ मरना मुझे अच्छा नहीं लगता! |
मंजिल ढूंढ़ते ढूंढ़ते आज मुझे एहसास हुआ; कि मेरे 'हमसफ़र' की राह तो कबकी बदल गयी! |
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा न करे; करे तो क़यामत तक जुदा न करे; यह माना कि कोई मरता नहीं जुदाई में; लेकिन जी भी तो नहीं पाता तन्हाई में! |