हर ग़म को ख़ुशी में बदलती है, दोस्ती; हर आंसू को हँसी में बदलती है, दोस्ती; कुछ लोग समझ नहीं पाते; कि अँधेरी रात का दिया है, दोस्ती। |
आपकी दोस्ती को एहसान मानते हैं; निभाना अपना ईमान मानते हैं; लेकिन हम वो नहीं जो दोस्ती में अपनी जान दे देंगे; क्योंकि दोस्तों को तो हम अपनी जान मानते हैं! |
फांसले मिटा कर आपस में प्यार रखना; दोस्ती का यह रिश्ता हमेशा यूँ ही बरक़रार रखना; बिछड़ जाये कभी आप से हम; तो आँखों में हमेशा हमारा इंतज़ार रखना। |
दोस्ती फूल नहीं जो मुरझा जाये; दोस्ती मौसम नहीं जो बदल जाये; दोस्ती तो धड़कन है जो चले तो सब कुछ है; और अगर न चले तो कुछ भी नहीं। |
दोस्ती का रिश्ता कभी पुराना नहीं होता; इससे बड़ा कोई खज़ाना नहीं होता; दोस्ती तो प्यार से भी पवित्र है; क्योंकि इसमें कोई पागल या दीवाना नहीं होता। |
सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती न करेंगे किसी से वादा; दोस्त मिला इतना प्यारा अब तमाम उम्र दोस्ती निभाने का इरादा। |
दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं; तूफानों में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं; यूँ तो मिल जाता है हर कोई; मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं। |
बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो; धूप आये तो सरसों पीली न हो; ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि; तेरी याद आये और पलकें गीली न हों। |
आसमान से तोड़ कर 'तारा' दिया है; आलम ए तन्हाई में एक शरारा दिया है; मेरी 'किस्मत' भी 'नाज़' करती है मुझे पे; खुदा ने 'दोस्त' ही इतना प्यारा दिया है। |
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है; किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है; दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो; किस रोज़ बिछड़ जाना है ये कौन जानता है। |