चाँद के पलंग पर, तारों की रजाई होगी; अब सो जा मेरे दोस्त, वर्ना मम्मी से पिटाई होगी। दुआ है कि सुबह की अंगड़ाई में ख़ुशी समाई होगी; और जिंदगी की खुशियों ने बाहें फैलाई होगी। शुभ रात्रि। |
अंग्रेजी में, "गुड नाईट"। हिंदी में, "शुभ रात्री"। उर्दू में, "शब्बा खैर"। कन्नड़ में, "यारंदी"। तेलगू में, "पदनकोपो"। और अपनी स्टाइल में: . . . . . . "चल लुढ़क ले अब"। |
जीवन के हर मोड़ पर सुनहरी यादों को रहने दो; जुबां पर हर वक्त मिठास रहने दो; ये अंदाज है जीने का; ना रहो उदास और ना किसी को रहनो दो। शुभ रात्रि। |