उम्मीदों को टूटने मत देना; इस दोस्ती को कम होने मत देना; दोस्त मिलेंगे हमसे भी अच्छे पर; इस दोस्त को यूँ ही भुला मत देना। |
न जाने कब फिर से ये मंज़र सुहाना मिलेगा; ये खिल-खिलाती हँसी और दोस्तों का याराना मिलेगा; क़ैद कर लो इन खूबसूरत लम्हों को अपनी यादों में यारो; इन्ही लम्हों से हमें ज़िंदगी में रोते हुए भी हँसने का बहाना मिलेगा। |
दोस्तों की कमी को पहचानते हैं हम; दुनिया के ग़मों को भी जानते हैं हम; आप जैसे दोस्तों के ही सहारे; आज भी हँस कर जीना जानते हैं हम। |
कल हो न हो आज तो है; आज हो न हो यह पल तो है; यह पल हो न हो हम तो हैं; हम हों न हों हमारी दोस्ती तो है। |
याद हमें रखना, चाहे पास हम न हों; क़यामत तक चलता रहे, ये दोस्ती का सफ़र; दुआ करो रब से कि कभी क़यामत न हो। |
रिश्तों से बड़ी चाहत क्या होगी; दोस्ती से बड़ी इबादत क्या होगी; जिसे दोस्त मिल जाये आप जैसा; उसे ज़िंदगी से शिकायत क्या होगी। |
कुछ फांसले सिर्फ आँखों से होते हैं; दिल के फांसले तो बातों में होते हैं; हम लाख कोशिश करें भुलाने की; पर कुछ दोस्त सांसों में बसे होते हैं। |
कभी यह धड़कन आपसे जो भी कहे; फिर साँसों को भी उसकी ख़बर न हो; बहुत गहरा है हमारी दोस्ती का यह रिश्ता; दुआ करो कि इसको कभी किसी की नज़र न लगे। |
दोस्ती एक मिसाल है जहाँ कोई सरहद नहीं होती; ये वो शहर है जहाँ इमारतें नहीं होती; यहाँ तो सब रास्ते एक-दूसरे के निकलते हैं; ये वो अदालत है जहाँ कोई शिकायत नहीं होती। |
तेरी दोस्ती में एक बहुत प्यार सा नशा है; तभी तो यह सारी दुनिया हमसे ख़फ़ा है; ना करो तुम हमसे इतनी दोस्ती; कि दिल ही हमसे पूछे बता तेरी धड़कन कहाँ है। |